सर्दियों की छुट्टियां खत्म हो चुकी हैं और छात्र एक बार फिर अपनी कक्षाओं में लौट आए हैं। हालांकि, फरवरी 2025 में विभिन्न राज्यों में कई महत्वपूर्ण त्योहारों और आयोजनों के कारण स्कूलों की छुट्टियां रहेंगी। जहां कुछ राज्यों में ठंड के कारण अतिरिक्त अवकाश दिए गए थे, वहीं अब स्कूल सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं।
फरवरी 2025 में, बसंत पंचमी, शिवाजी जयंती, गुरु रविदास जयंती और महा शिवरात्रि जैसे प्रमुख पर्वों के अवसर पर कई स्कूलों में अवकाश रहेगा। विभिन्न राज्यों की सरकारों ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
2 फरवरी 2025: बसंत पंचमी पर स्कूलों की छुट्टी
बसंत पंचमी (Vasant Panchami) को श्री पंचमी के नाम से भी जाना जाता है और यह वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है। यह त्योहार हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के पांचवें दिन मनाया जाता है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, जिन्हें ज्ञान, संगीत और कला की देवी माना जाता है, उत्तर भारत और अन्य कई हिस्सों में इस पर्व का विशेष महत्व है। कई स्कूलों में इस अवसर पर अवकाश घोषित किया जाता है, ताकि छात्र और शिक्षक इस पर्व को श्रद्धा के साथ मना सकें।
19 फरवरी 2025: शिवाजी जयंती पर महाराष्ट्र में रहेगा अवकाश
छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती (Shivaji Jayanti) 19 फरवरी को मनाई जाती है। वह मराठा साम्राज्य के संस्थापक और भारतीय इतिहास के सबसे महान योद्धाओं में से एक थे। इस वर्ष उनकी 395वीं जयंती मनाई जाएगी, महाराष्ट्र सरकार इस दिन को बड़ी श्रद्धा के साथ मनाती है, और राज्य में इसे राजकीय अवकाश घोषित किया जाता है। इसके अलावा, कुछ अन्य राज्यों में भी इस दिन अवकाश रखा जा सकता है, खासकर जहां मराठा संस्कृति की गहरी जड़ें हैं।
24 फरवरी 2025: गुरु रविदास जयंती पर स्कूलों में छुट्टी
गुरु रविदास जयंती (Guru Ravidas Jayanti) भक्ति आंदोलन के महान संत गुरु रविदास की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह दिन उनकी समता, सामाजिक न्याय और आध्यात्मिकता की शिक्षाओं की याद दिलाता है।
उत्तर भारत में विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। ऐसे में संबंधित राज्यों के कई स्कूलों में इस दिन अवकाश हो सकता है।
26 फरवरी 2025: महा शिवरात्रि पर कई राज्यों में अवकाश
महा शिवरात्रि (Maha Shivratri) भारत के सबसे प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, मंदिरों में जाकर विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और पूरी रात शिव-आराधना में लीन रहते हैं, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है। चूंकि यह त्योहार पूरे देश में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, इसलिए कई राज्यों में स्कूल और सरकारी संस्थानों में अवकाश घोषित किया जाता है।
अवकाश की पुष्टि के लिए राज्य सरकारों के आदेशों को देखें
हालांकि, सभी स्कूलों में ये अवकाश लागू नहीं होते हैं। यह स्कूल प्रशासन और राज्य सरकारों की नीतियों पर निर्भर करता है। छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे संबंधित राज्य सरकारों द्वारा जारी किए गए सर्कुलर और स्कूलों की छुट्टी सूची की पुष्टि करें।