उत्तर प्रदेश में रहने वाले राशनकार्ड धारकों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट आया है। यदि आप भी मुफ्त राशन योजना का लाभ उठा रहे हैं, तो जल्द से जल्द अपने राशनकार्ड की ई-केवाईसी (E-KYC) पूरी कर लें। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इसकी अंतिम तिथि 15 फरवरी 2025 निर्धारित की है। यदि आप इस प्रक्रिया को समय पर पूरा नहीं करते हैं, तो आपका राशनकार्ड निरस्त किया जा सकता है, जिससे आपको मुफ्त राशन मिलना बंद हो सकता है।
ई-केवाईसी (E-KYC) की अंतिम तिथि
सरकार ने ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पहले 31 दिसंबर 2024 की डेडलाइन तय की थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 15 फरवरी 2025 कर दिया गया है। यह समयसीमा बढ़ाने का मुख्य उद्देश्य उन राशनकार्ड धारकों को मौका देना है, जिन्होंने अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है।
ई-केवाईसी नहीं करने पर क्या होगा?
यदि किसी कार्डधारक ने ई-केवाईसी नहीं कराई है, तो उसका राशनकार्ड निरस्त हो सकता है और वह सरकारी योजनाओं से वंचित हो सकता है। इसके अलावा, राशनकार्ड के सदस्यों में से जिनकी ई-केवाईसी नहीं होगी, उनकी यूनिट राशनकार्ड से हटा दी जाएगी। यानी, यदि परिवार के किसी सदस्य ने ई-केवाईसी नहीं कराई, तो उसके हिस्से का राशन नहीं मिलेगा।
कैसे करें ई-केवाईसी?
आप अपनी ई-केवाईसी दो तरीकों से पूरी कर सकते हैं:
- ऑनलाइन मोड: आप घर बैठे राशनकार्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने आधार कार्ड नंबर और राशनकार्ड नंबर दर्ज करके ई-केवाईसी पूरी कर सकते हैं।
- ऑफलाइन मोड: आप अपने नजदीकी राशन डीलर या जन सुविधा केंद्र पर जाकर ई-केवाईसी करवा सकते हैं।
अगर आप यूपी से बाहर हैं, तो क्या करें?
जो राशनकार्डधारक उत्तर प्रदेश से बाहर रहते हैं, वे भी ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से अपने राशनकार्ड की ई-केवाईसी कर सकते हैं। उन्हें केवल राशनकार्ड नंबर दर्ज करके और आधार वेरिफिकेशन कराकर यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होगी?
ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- राशन कार्ड
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड (वैकल्पिक)
- वोटर आईडी (वैकल्पिक)
- पासपोर्ट (वैकल्पिक)
- बैंक पासबुक
ई-केवाईसी कराने के फायदे
ई-केवाईसी प्रक्रिया को लागू करने का मुख्य उद्देश्य फर्जी राशनकार्ड को रोकना और केवल पात्र लाभार्थियों तक राशन पहुंचाना है। इससे राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि सरकारी योजनाओं का लाभ सही व्यक्तियों तक पहुंचे।
इटावा और गोरखपुर में बड़ी संख्या में लंबित ई-केवाईसी
इटावा जिले में 4 लाख से अधिक राशनकार्ड धारकों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है। वहीं, गोरखपुर में 6.62 लाख यूनिट अभी भी ई-केवाईसी प्रक्रिया से बाहर हैं। ऐसे में इन जिलों के निवासियों को जल्द से जल्द यह कार्य पूरा करना चाहिए।