
रांची: बसंत पंचमी 2025 Holiday को लेकर झारखंड सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। पहले यह अवकाश 2 फरवरी (रविवार) को निर्धारित था, लेकिन अब इसे 3 फरवरी (सोमवार) को घोषित कर दिया गया है। कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।
संयुक्त सचिव आरिफ हसन के हस्ताक्षर से जारी अधिसूचना के अनुसार, कार्यपालक आदेश के तहत बसंत पंचमी पर झारखंड में 3 फरवरी 2025 को सरकारी छुट्टी रहेगी। इस बदलाव से सरकारी कर्मचारियों को अब सोमवार को अवकाश मिलेगा, जिससे वे इस पर्व को पारंपरिक और धार्मिक तरीके से मना सकें।
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झारखंड सरकार की ओर से आधिकारिक अधिसूचना जारी
झारखंड सरकार ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर स्पष्ट किया कि पहले बसंत पंचमी के लिए 2 फरवरी 2025 (रविवार) को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था। लेकिन अब यह छुट्टी 3 फरवरी 2025 (सोमवार) को प्रभावी होगी, यह बदलाव इसलिए किया गया क्योंकि पंचांग के अनुसार, बसंत पंचमी की पंचमी तिथि 2 फरवरी 2025 को दोपहर 11:53 बजे शुरू होगी और 3 फरवरी को सुबह 9:36 बजे समाप्त होगी। इस कारण, सरकार ने सोमवार को अवकाश घोषित करना उचित समझा ताकि लोग इस महत्वपूर्ण पर्व को पूरे श्रद्धा और धार्मिक भाव से मना सकें।
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बसंत पंचमी: देवी सरस्वती की पूजा का विशेष दिन
बसंत पंचमी को ज्ञान, कला और संगीत की देवी सरस्वती पूजा के रूप में मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से विद्यार्थी, शिक्षक, संगीतकार और कलाकार मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करते हैं, सरस्वती पूजा के दिन पीले रंग का विशेष महत्व होता है। इसे बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर कई स्थानों पर भव्य पूजा-पंडाल सजाए जाते हैं और विद्यार्थियों के लिए शिक्षा आरंभ करने का यह शुभ दिन होता है।
बसंत पंचमी 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त
सरस्वती पूजन और बसंत पंचमी की शुभ तिथि इस प्रकार है:
- बसंत पंचमी तिथि प्रारंभ: 2 फरवरी 2025 को सुबह 11:53 बजे
- बसंत पंचमी तिथि समाप्त: 3 फरवरी 2025 को सुबह 9:36 बजे
- सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त: 2 फरवरी को सुबह 7:12 से दोपहर 12:52 तक
इस दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने से विद्या, बुद्धि और संगीत में उन्नति होती है। कई लोग इस दिन अपने बच्चों को पहली बार पढ़ाई शुरू करवाते हैं, जिसे ‘विद्या आरंभ’ संस्कार कहा जाता है।
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झारखंड में बसंत पंचमी की धूम
झारखंड में बसंत पंचमी 2025 के मौके पर कई बड़े आयोजनों की तैयारी की जा रही है। रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो जैसे शहरों में बड़े स्तर पर सरस्वती पूजा के आयोजन होंगे। शिक्षण संस्थानों और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा इस पर्व को भव्य तरीके से मनाने की योजना बनाई गई है, बसंत पंचमी के अवसर पर कई स्कूलों और कॉलेजों में विशेष पूजा का आयोजन होता है, जहां छात्र-छात्राएं देवी सरस्वती की आराधना कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस बार झारखंड सरकार द्वारा घोषित अवकाश के कारण, लोग पूरे हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मना सकेंगे।
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सरस्वती पूजा और बसंत पंचमी के महत्व
बसंत पंचमी सिर्फ धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह ऋतु परिवर्तन का प्रतीक भी है। इस दिन से बसंत ऋतु का आगमन होता है, जब प्रकृति में नये फूल खिलते हैं, फसलें लहलहाने लगती हैं और वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, विद्यार्थियों के लिए यह पर्व विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इसे ज्ञान और विद्या की देवी सरस्वती का दिन माना जाता है। इस दिन नई किताबों और लेखन सामग्री की पूजा की जाती है। कई स्थानों पर संगीत, नृत्य और कला से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।