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CBSE स्कूल में पढ़ता है बच्चा तो बनवा लो ये कार्ड, बोर्ड ने कर दिया कंपलसरी

अब हर छात्र को मिलेगा 12 अंकों का यूनिक आईडी कार्ड! जानिए कैसे यह नई योजना फर्जीवाड़े को रोकेगी और छात्रों को एक क्लिक में मिलेगी पूरी शैक्षिक जानकारी। स्कूलों को दिए गए सख्त निर्देश, जानें पूरी प्रक्रिया

By PMS News
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CBSE स्कूल में पढ़ता है बच्चा तो बनवा लो ये कार्ड, बोर्ड ने कर दिया कंपलसरी
CBSE स्कूल में पढ़ता है बच्चा तो बनवा लो ये कार्ड, बोर्ड ने कर दिया कंपलसरी

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने नीट यूजी (NEET UG) के फॉर्म भरने में अपार आईडी (APAAR ID) की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इसके बावजूद, सीबीएसई ने अपने सभी संबद्ध स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे छात्रों के लिए अपार आईडी बनवाएं और इसे स्कूल स्तर पर मुख्य पहचान के रूप में लागू करें। इस निर्देश के तहत अपार आईडी का निर्माण और उपयोग छह चरणों में किया जाएगा।

अपार आईडी के निर्माण और मॉनिटरिंग के लिए सीबीएसई ने एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म “अपार आईडी मॉनिटरिंग (AIM)” भी शुरू किया है। साथ ही, स्कूलों और अभिभावकों की सहायता के लिए 1800-889-3511 टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराया गया है।

अपार आईडी का छह चरणों में होगा क्रियान्वयन

सीबीएसई ने अपार आईडी लागू करने के लिए स्कूलों को छह चरणों में काम करने का निर्देश दिया है। इनमें पहला चरण पीटीएम आयोजित करना है, जहां अभिभावकों और छात्रों को अपार आईडी की अहमियत समझाई जाएगी। इसके बाद सहमति फॉर्म का वितरण, डेटा सत्यापन, आईडी जनरेशन, वितरण और त्रुटियों का सुधार शामिल हैं।

इस योजना के तहत प्रत्येक छात्र को 12 अंकों की एक विशिष्ट आईडी मिलेगी, जो उनकी शैक्षिक यात्रा को ट्रैक करने में मदद करेगी। यह आईडी डिजिलॉकर और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (ABC) से भी जुड़ी होगी।

अपार आईडी क्या है और क्यों है महत्वपूर्ण?

अपार आईडी, जिसे “ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री” (APAAR) कहा जाता है, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और डिजिटल इंडिया अभियान के तहत एक बड़ा बदलाव है। यह आईडी छात्रों की शैक्षणिक यात्रा की स्थायी डिजिटल पहचान के रूप में कार्य करेगी।

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इसमें छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ उनके खेल, स्कॉलरशिप, पुरस्कार, और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज की जानकारी भी शामिल होगी।

अपार आईडी और आधार कार्ड में अंतर

अपार आईडी आधार कार्ड की जगह नहीं लेगी। आधार कार्ड मुख्य रूप से पहचान और पते के प्रमाण के रूप में कार्य करता है, जबकि अपार आईडी छात्रों की शैक्षिक यात्रा का पूरा रिकॉर्ड रखेगा। यह फर्जीवाड़े की संभावनाओं को समाप्त करेगा और छात्रों को उनकी शिक्षा और करियर से संबंधित सभी जानकारी एक जगह पर उपलब्ध कराएगा।

अपार आईडी के लाभ

  1. अपार आईडी के जरिए फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों पर रोक लगेगी। नियोक्ता एक क्लिक में छात्र की पूरी जानकारी सत्यापित कर सकेंगे।
  2. जेईई मेन, नीट, सीयूईटी जैसी परीक्षाओं और एडमिशन के दौरान वेरिफिकेशन आसान होगा।
  3. छात्र अपने सभी दस्तावेज डिजिलॉकर में स्टोर कर सकेंगे और जरूरत पड़ने पर आसानी से एक्सेस कर सकेंगे।
  4. राज्य सरकारें ड्रॉपआउट छात्रों का डाटा ट्रैक कर उन्हें मुख्यधारा में ला सकेंगी।
  5. एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर छात्रों को उनकी शैक्षिक पहचान आसानी से स्थानांतरित करने में मदद मिलेगी।

अपार आईडी के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे होगा?

स्कूल ही छात्रों के अपार आईडी कार्ड बनाएंगे। इसके लिए छात्रों को अपने आधार कार्ड और माता-पिता की सहमति की आवश्यकता होगी। स्कूल apaar.education.gov.in पोर्टल पर अपार आईडी जनरेट करेंगे।

अपार आईडी कैसे करेगी काम?

अपार आईडी डिजिलॉकर के इकोसिस्टम से जुड़ी होगी। यह आईडी छात्रों की सभी शैक्षिक गतिविधियों और उपलब्धियों का डिजिटल रिकॉर्ड रखेगी। छात्रों के परीक्षा परिणाम, मार्कशीट, डिग्री, डिप्लोमा, खेलों में भागीदारी, और अन्य गतिविधियों का पूरा विवरण इसमें स्टोर होगा।

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