चित्रकूट को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इस लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 16 किलोमीटर होगी और यह चित्रकूट जिले के 13 गांवों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 350 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस निर्माण से न केवल चित्रकूट की कनेक्टिविटी में सुधार होगा बल्कि इस क्षेत्र की आर्थिक और बुनियादी ढांचे की स्थिति भी मजबूत होगी।
13 गांवों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
इस लिंक एक्सप्रेसवे के बनने से चित्रकूट के 13 गांव सीधे तौर पर प्रभावित होंगे। इन गांवों की जमीन की कीमत दोगुनी होने की संभावना है, जिससे स्थानीय निवासियों को लाभ मिलेगा। इसके लिए 166.55 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, और अब तक 70% से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।
चित्रकूट एयरपोर्ट और सतना से सीधा कनेक्शन
इस लिंक एक्सप्रेसवे को चित्रकूट एयरपोर्ट से भी जोड़ा जाएगा, जिससे अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए चित्रकूट पहुंचना आसान होगा। इसके अतिरिक्त, इसे मध्य प्रदेश के सतना जिले से भी जोड़ने की योजना बनाई गई है, जिससे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच यातायात सुगम होगा। यह कनेक्टिविटी धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगी।
चार लेन से होगी शुरुआत, भविष्य में छह लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे
प्रारंभ में चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे को चार लेन में विकसित किया जाएगा। भविष्य में इसे छह लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के रूप में अपग्रेड करने की योजना है। इस परियोजना को अगले डेढ़ से दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार इस परियोजना के लिए 1200 करोड़ रुपये का बजट जारी कर चुकी है, जिसमें से 230 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए निर्धारित किए गए हैं।
लिंक एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे प्रमुख मार्ग
यह लिंक एक्सप्रेसवे चित्रकूट के प्रमुख स्थानों जैसे बेड़ी पुलिया, रामघाट और परिक्रमा मार्ग को भी जोड़ेगा। इस परियोजना के माध्यम से चित्रकूट को आधुनिक परिवहन प्रणाली से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है, जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीय निवासियों को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा।