
राजस्थान में इन दिनों कड़ाके की ठंड और तेज हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, प्रदेश में सर्दी का यह दौर अभी तीन दिन और जारी रहेगा। जयपुर और भरतपुर संभाग में हल्की बारिश और मेघगर्जन की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहेगा।
पश्चिमी विक्षोभ और ठंडी हवाएं बनी ठंड का कारण
- मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, 27 और 28 जनवरी को राजस्थान में तेज सर्दी का असर रहेगा। इन दिनों पश्चिमी राजस्थान से तेज ठंडी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार सर्दी फरवरी के मध्य तक जारी रह सकती है।
सीकर: सबसे ठंडा शहर
- पिछले 24 घंटे में सीकर राजस्थान का सबसे ठंडा शहर रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, अधिकतम तापमान बाड़मेर में 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह दर्शाता है कि राजस्थान में दिन और रात के तापमान के बीच बड़ा अंतर बना हुआ है।
जयपुर और भरतपुर में हल्की बारिश की संभावना
- जयपुर में शनिवार शाम से तेज ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिससे रात का तापमान और कम हो गया है। रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि, देर रात ठंड और बढ़ने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, जयपुर और भरतपुर संभाग में अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश और मेघगर्जन हो सकता है।
पश्चिमी राजस्थान में शुष्क रहेगा मौसम
- जहां पूर्वी राजस्थान के इलाकों में बारिश और मेघगर्जन का अनुमान है, वहीं पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। बाड़मेर और जैसलमेर जैसे इलाकों में दिन के समय धूप रहेगी, लेकिन रातें ठंडी होंगी।
किसान और फसलें
- राजस्थान के किसानों के लिए यह मौसम चिंता का विषय बन गया है। ठंडी हवाओं और बारिश के कारण रबी फसलों जैसे सरसों, गेहूं और चने पर असर पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों की सुरक्षा के लिए पहले से तैयार रहें और खेतों में नमी बनाए रखें।
हवा में नमी और स्वास्थ्य पर असर
- राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में हवा में नमी का स्तर 42% से 94% के बीच दर्ज किया गया है, जो ठंड बढ़ाने का मुख्य कारण है। इस ठंड से खासकर बच्चे और बुजुर्ग अधिक प्रभावित हो रहे हैं। सर्दी, खांसी और जुकाम के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोग गर्म कपड़े पहनें और ठंडी हवाओं से बचें।
- मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार ठंड फरवरी के मध्य तक जारी रह सकती है। सीकर, चूरू, झुंझुनू, अलवर और जयपुर जैसे इलाकों में ठंड का प्रकोप अधिक देखने को मिल सकता है।