हाल ही में सरकार ने कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद स्थिर पेंशन का भरोसा देने के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) का प्रस्ताव रखा है। इसे मौजूदा नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) से बेहतर बताया जा रहा है। लेकिन जानकारों और विशेषज्ञों का मानना है कि गारंटीड पेंशन के बावजूद, UPS को NPS की तुलना में बेहतर नहीं कहा जा सकता। आइए, इसे विस्तार से समझते हैं। सरकार का दावा है कि UPS कर्मचारियों के लिए बेहतर है, लेकिन आंकड़े इसके उलट हैं। NPS में न केवल बड़ा फंड मिलता है, बल्कि यह रिटायरमेंट के बाद स्वतंत्र आर्थिक स्थिरता भी सुनिश्चित करता है। वहीं, UPS में गारंटीड पेंशन का वादा तो है, लेकिन एकमुश्त राशि और लंबे समय के फायदे के मामले में यह पीछे रह जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, NPS से मिलने वाले दीर्घकालिक लाभ और वित्तीय स्वतंत्रता को नजरअंदाज करना मुश्किल है।
UPS vs NPS के बीच मूलभूत अंतर
सरकार ने UPS में रिटायरमेंट के समय कर्मचारियों को एकमुश्त राशि (लंपसम अमाउंट) देने का प्रस्ताव किया है। लेकिन इसमें सबसे बड़ा विवाद यह है कि कर्मचारियों को उनका पूरा जमा किया गया पैसा वापस नहीं मिलेगा। इसके अलावा, UPS की संरचना और गणना भी इसे NPS से कमजोर बनाती है।
एक उदाहरण से करें गणना
ऑल टीचर्स इंप्लॉइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के यूपी प्रदेश सलाहकार डॉ. आनंदवीर सिंह के अनुसार, UPS और NPS में मिलने वाले लाभ और नुकसान को समझने के लिए 25 साल की सेवा अवधि का एक उदाहरण लेते हैं। इसमें औसत मासिक सैलरी ₹80,000 मानी गई है।
UPS की गणना:
- छमाही योगदान: हर छह महीने की सेवा पूरी होने पर सैलरी का 10% (₹48,000) जोड़ा जाएगा।
- 25 साल की अवधि में कुल छमाही: 50 छमाही।
- कुल लंपसम अमाउंट: ₹24 लाख।
- महीने की पेंशन: अंतिम बेसिक सैलरी का 50%, यानी अगर बेसिक सैलरी ₹1 लाख है, तो पेंशन ₹50,000 होगी।
NPS में क्या मिलेगा?
NPS में कर्मचारी और सरकार दोनों का योगदान निवेश किया जाता है, जिससे एक बड़ा फंड बनता है। रिटायरमेंट के समय लगभग ₹2.17 करोड़ का लंपसम अमाउंट हाथ में मिलेगा, साथ ही ₹43,000 मासिक पेंशन भी प्राप्त होगी। NPS की सबसे बड़ी खासियत यह है कि जमा राशि सीधे कर्मचारी के खाते में रहती है और निवेश के जरिए इसे लगातार बढ़ाया जाता है।
UPS बनाम NPS: किसमें है ज्यादा फायदा?
UPS में कुल ₹24 लाख का लंपसम अमाउंट और ₹50,000 की गारंटीड पेंशन मिलती है, जबकि NPS में ₹2.17 करोड़ का फंड और ₹43,000 मासिक पेंशन प्राप्त होती है। भले ही NPS की पेंशन UPS से ₹7,000 कम हो, लेकिन इसका बड़ा फंड रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है। UPS में सरकार ₹2.33 करोड़ अपने पास रखती है, जो कर्मचारी के फंड के मुकाबले बेहद कम लाभदायक है।